नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ दोस्तों आज के लेख में हमने श्री शिव जी के लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स तथा विडियो का आनंद लिया। आप अपनी राय या सुझाव हमें कामेंट बाक्स में बता सकते हैं। ॥ https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa